| 1. | वह विद्यार्थी जिसने गणित विद्या में विशेष पदवी पाई हो
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| 2. | कन्या लग्न के जातक गणित विद्या में पारंगत होते हैं।
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| 3. | गणित विद्या और शून्य का आविष्कार
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| 4. | जहरीली पोथी, ज्योतिष को गणित विद्या का कलंक, वैदिक युग को
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| 5. | प्रस्तुत कर दी थी और हिंदी भाषा में गणित विद्या की पूरी
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| 6. | के मानने वाले उपयोग करते रहे जैसे शून्य, गणित विद्या आदी.
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| 7. | गणित विद्या गणित विद्या के लिए गुरु का केंद्र में होना आवश्यक है।
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| 8. | गणित विद्या गणित विद्या के लिए गुरु का केंद्र में होना आवश्यक है।
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| 9. | जो विद्यार्थी गणित विद्या को समझ गया उसे जीवन जीने की कला आ गई।
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| 10. | सभी प्राचीन सभ्यताओं में गणित विद्या की पहली अभिव्यक्ति गणना प्रणाली के रूप में प्रगट होती है।
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